April 25, 2025
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देहरादून। उत्तराखंड में दरोगा (उपनिरीक्षक) स्तर के 58 थाने अब इंस्पेक्टर स्तर के थानों में परिवर्तित हो जाएंगे। गृह विभाग प्रस्ताव पर कैबिनेट ने स्वीकृति प्रदान कर दी हैं।

उत्तराखंड के 13 जिलों में वर्तमान में कुल 166 थाने हैं। इनमें निरीक्षक (इंस्पेक्टर) स्तर के थानों की संख्या 54 है, जबकि उप निरीक्षक (दारोगा) स्तर के थानों की संख्या 112 है। बताया गया है कि प्रदेश में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) लागू हो चुकी है, ऐसे में बीएनएस के तहत कई मामलों में जांच-विवेचना का अधिकार केवल निरीक्षकों को ही दिया गया है, जिस कारण अलग-अलग जिलों के बड़े और अहम उप निरीक्षक स्तर के थानों में घटित होने वाली घटनाओं की जांच-पड़ताल के लिए दूसरे स्थानों से निरीक्षकों को लाने की आवश्यकता महसूस हो रही थी, इसे देखते हुए हर जिले के महत्वपूर्ण उप निरीक्षक (दरोगा) स्तर के प्रभारी थानों को उच्चीकरण करने का निर्णय लिया गया है।

इसके लिए 58 थानों का चिह्नीकरण कर वहां निरीक्षक (इंस्पेक्टर) स्तर पर उच्चीकृत किए जाने पर सहमति बन गई है।

तेरह जिलों के इन थानों का होगा उच्चीकरण

देहरादून : राजपुर, रायपुर, नेहरू कालोनी, रायवाला, प्रेमनगर, सहसपुर, कालसी, चकराता।

हरिद्वार : सिडकुल, भगवानपुर, कनखल श्यामपुर, पथरी, बहादराबाद, झबरेड़ा, खानपुर, कलियर।उत्तरकाशी : हर्षिल, बड़कोट, उत्तरकाशी कोतवाली, धरासू।

टिहरी : नरेंद्रनगर, देवप्रयाग, चंबा, घनसाली, कैंपटी।

चमोली : गैरसैंण, गोपेश्वर, गोबिंदघाट।

रुद्रप्रयाग : अगस्त्यमुनि, ऊखीमठ, गुप्तकाशी।  पौड़ी : लक्ष्मणझूला, श्रीनगर।

नैनीताल : भीमताल, बनभूलपुरा, काठगोदाम, कालाढूंगी, तल्लीताल, मुक्तेश्वर, मुखानी।

ऊधम सिंह नगर : आईटीआई, नानकमत्ता, पंतनगर, कुंडा, गदरपुर, ट्रांजिट कैंप।                      अल्मोड़ा : चौखुटिया, सोमेश्वर, द्वाराहाट, महिला थाना।

बागेश्वर : कौसानी, बैजनाथ।

पिथौरागढ़ : मुनस्यारी, गंगोलीहाट बेरीनाग, झूलाघाट।

चंपावत : टनकपुर।

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