December 23, 2024
IMG_20240406_133902.jpg
मानव गरिमा ब्यूरो
Spread the love

हरिद्वार। नव संवत्सर नौ अप्रैल से शुरू हो रहा है। इस संवत का नाम काल युग होगा। इसके राजा मंगल और मंत्री शनि होंगे। ज्योतिषाचार्य इसे कई नजरिए से अशुभ संकेत मान रहे हैं। कई ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि इस संवत में बहुत कष्ट आएंगे। वहीं कुछ विद्वानों ने इसे कई राशियों के लिए शुभकारी बताया है। इस संवत में आर्थिक उन्नति तो देखने को मिलेगी, लेकिन माहौल उथल-पुथल का रहेगा।भारतीय प्राचीन विधा सोसायटी कनखल हरिद्वार के ज्योतिषाचार्य डॉ. प्रतीक मिश्रपुरी ने बताया कि आषाढ़ कृष्ण पक्ष 13 दिनों का होगा। इस बार शुक्र, गुरु अस्त उदय होंगे, इसलिए 57 विवाह मुहूर्त ही होंगे। इसमें भी कई अपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि इस बार चार ग्रहण होंगे, लेकिन एक भी ग्रहण भारत में दिखाई नही देगा। ऐसा 125 वर्ष बाद होगा जब एक भी ग्रहण भारत में नहीं होगा। इस संवत में 29 जनवरी को कुंभ स्नान प्रयागराज में होगा।
अब जब संवत शुरू हो रहा है तो इसमें जून से सितंबर तक भारी परेशानी जनहानि जैसे तमाम संकेत ग्रहों से मिल रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि इस समयावधि में उग्रवादी संगठन कुछ बड़ा कर सकते हैं। ज्योतिष के विद्वानों का दावा है कि इस साल एक राष्ट्र में सैनिक शासन भी लगेगा। प्राकृतिक आपदा भी इस संवत में बहुत ज्यादा आएगी। वहीं इस संवत का वाहन नाव है। इसका स्पष्ट संकेत होता है कि सांप्रदायिक घटनाएं भी बहुत होंगी। ज्योतिषों के मुताबिक 29 जून से 15 नंबर तक शनि वक्री होंगे, जो कई प्राकृतिक दुर्गति करेंगे। एक मई को गुरु वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे वहीं कर्क और वृश्चिक पर शनि की ढैय्या, तथा मकर, कुंभ और मीन पर साढ़े साती का प्रभाव रहेगा।
ज्योतिषाचार्य विकास जोशी ने बताया कि सामान्य रूप से संवत का स्वभाव क्रोधी है और इस बार नवरात्र भी चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से शुरू होने वाला है। इसमें माता की सवारी अश्व है। वाहन के रूप में अश्व के बहुत शुभ लक्षण नहीं माने गए हैं। ज्योतिष के अनुसार नव संवत पर विवाह योग भी बहुत ही कम हैं। इसके कारण बार-बार गुरु तथा शुक्र का अस्त होना है। इस दौरान मात्र 57 विवाह योग हैं, इसमें भी कई अपूर्ण योग में हैं।
ज्योतिषों के मुताबिक नव संवत की शुरुआत में तीन बेहद शुभयोग बनते दिख रहे हैं। ये हैं शश महापुरुष योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग। नव संवत में सभी 12 राशियों के लिए कुछ न कुछ शुभ है। मेष, मिथुन, सिंह, धनु के लिए यह संवत बेहद शुभ रहेगा। अन्य राशियों के लिए सामान्य, जबकि मकर, कुंभ, मीन पर शनि की साढ़े साती, वृश्चिक, कर्क राशि वालों पर ढैय्या का प्रभाव रहेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *