December 23, 2024
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मानव गरिमा ब्यूरो
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काशीपुर। तीन महीने के लंबे अंतराल के बाद धन, वैभव, प्रेम, सौंदर्य और सुख-समृद्धि के कारक शुक्र ग्रह का उदय 28 जून को होगा। मिथुन राशि में शुक्र उदय होने के आठ दिन के बाद मांगलिक कार्यों पर लगा विराम हट जाएगा और शहनाई गूंजेगी। इन सबके बीच जुलाई माह में विवाह के लिए महज छह दिन का ही शुभ मुहूर्त होगा। पंडितों के अनुसार 28 अप्रैल को शुक्र के अस्त होने के कारण मांगलिक कार्यों पर विराम लग गया था। अब लगभग तीन महीने के बाद 28 जून को शुक्र का मिथुन राशि में उदय हो रहा है। विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए शुक्र का उदय होना जरूरी होता है। आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी पर बुध की राशि मिथुन में शुक्र ग्रह का पश्चिम दिशा में उदय हो रहा है। हालांकि शुक्र उदय होने के आठ दिन के बाद विवाह के लिए शुभ मुहुर्त मिल रहा है। ऐसे में सात जुलाई से विवाह व मांगलिक कार्य आरंभ हो जाएंगे।
पंडितों का कहना है कि शुक्र ग्रह के उदय होने से वृषभ, सिंह, तुला और कुंभ राशि वालों के लिए बेहतर रहेगा। वृषभ राशि वालों को धनलाभ, सिंह राशि को भौतिक सुखों की प्राप्ति, तुला राशि को निवेश से लाभ और कुंभ राशि वालों को मान सम्मान की प्राप्ति होगी। विवाह के लिए जुलाई माह में 9, 10, 11, 12, 13, 14 व 15 को विवाह मुहूर्त हैं। शादी-विवाह के साथ ही नामकरण, जनेऊ, मुंडन, गृहप्रवेश, भूमि पूजन, भवन, वाहन, आभूषण की खरीदारी शुरू हो जाएगी। फिर 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी के बाद चातुर्मास का आरंभ हो जाएगा।
इन चार महीनों में मांगलिक और शुभ कार्यों पर रोक लग जाएगी। इसके बाद 12 नवंबर को देवोत्थानी एकादशी से मांगलिक कार्य फिर शुरू हो जाएंगे और 14 दिसंबर तक चलेंगे। नवंबर में विवाह के सात और दिसंबर में आठ शुभ मुहूर्त मिलेंगे।

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