June 14, 2025

काशीपुर। पिरामिड ध्यान के जनक ब्रह्मर्षि पत्रीजी द्वारा वर्ष 1990 में पिरामिड स्पिरिचुअल सोसाइटी मूवमेंट (पीएसएसएम) की स्थापना की गई और भारत के 1500 से अधिक शहरों और दुनिया भर के 35 से अधिक देशों में 40 लाख से अधिक निःशुल्क ध्यान सत्र आयोजित किए हैं, और 30,000 से अधिक पिरामिडों का निर्माण किया है। (पीएसएसएम) का उदेश्य है ध्यान की आसान विधि और शाकाहार का महत्व सभी तक पहुंचाना, ताकि पूरा विश्व शांति, खुशहाल और आनंदित रहे।पीएसएसएम की स्वयंसेवक और पीएमसी हिंदी संचालन समिति उपाध्यक्ष वंदना जैन ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि इसी उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए पीएसएसएम एवं पिरामिड मैडिटेशन चैनल हिन्दी (पीएमसी हिन्दी) द्वारा इस वर्ष अक्टूबर माह में पांच दिवसीय महायोग-ध्यान कुंभ 7, मुनि की रेती (योग महोत्सव घाट), ऋषिकेश का आयोजन करने जा रहा है, जो बुधवार 16 अक्टूबर को शाम 5 बजे से प्रारंभ होगा और 20 अक्टूबर, 2024 को प्रातः 10 बजे संपन्न होगा। इस वर्ष इसका केंद्रीय विषय ध्यान, संगीत और आत्मज्ञान है। इस कार्यक्रम में 5 दिन लगभग 10,000 लोग 16 घंटे संगीत ध्यान करेंगे जिससे पूरी पृथ्वी में सकारात्मक ऊर्जा का अद्भुत संचार होगा और समस्त मानव जाति के जीवन की गुणवत्ता एवं समग्र कल्याण पर निश्चित ही प्रभाव होगा। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में आध्यात्मिक विज्ञान के विभिन्न विषयों, जैसे, बाह्य अनुवांशिक तंत्र तंत्रिका विज्ञान संबंधी विषयवस्तु, क्वांटम शक्ति द्वारा उपचार की पद्धतियां, श्वसन क्रिया संबंधी कार्यशालाएं, प्रमुख गुरुओं द्वारा आध्यात्मिक प्रयोगों पर परिचर्चा, लाइव संगीत आधारित ध्यान सत्र आदि निःशुल्क आयोजित किए जाएंगे। पीएसएसएम और पीएमएस हिंदी का उद्देश्य पृथ्वी पर स्वर्ग की स्थापना है। हम महायोग ध्यानकुम्भ 7 का प्रसारण वैश्विक स्तर पर 10 करोड़ से अधिक घरों तक ऋषिकेश की पावन भूमि से करेंगे जिसके माध्यम से मां गंगा की दिव्य अनुभूति घर-घर तक पहुंच सके। आप भी यूट्यूबकॉम पीएमएस हिंदी टाटा प्ले 1088, जियो टीवी 1109, फॉस्टवे 604 चैनल्स पर लाइव प्रसारण देख सकते हैं। …तो आइये, आज ही ध्यान सीखने के लिए, यूट्यूब पर पीएमएस हिन्दी को सब्सक्राइब करें।

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