December 23, 2024
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रूद्रपुर (सू.वि.)। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया की अध्यक्षता में शीतलहर के दृष्टिगत जनपद अन्तर्गत शीतलहर से बचाव हेतु पूर्व तैयारियों के सम्बन्ध में जिला आपदा कार्यालय सभागार में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होने नगर निकायों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि रैन बसेरो में महिलाओ हेतु पृथक से व्यवस्था करते हुये उनकी सुरक्षा/सुगमता हेतु महिला कार्मिक को नोडल नियुक्त किया जाये। उन्होने सभी नगर निकायों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि समस्त नगर निकाय अस्थाई एवं स्थाई रैन बसेरो में बेसहारा लोगों के लिए अलाव, बिस्तर, पानी, शौचालय आदि की समुचित व्यवस्थायें सुनिश्चित करें। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए कि शीतकाल के दौरान जिन चिन्हित स्थानों में अलाव जलाये जायेगें उनकी सूचना निर्धारित प्रारूप में प्रतिदिन जियो टैग फोटोग्राफ एवं तापमान की रिपोर्ट सहित आपदा प्रबन्धन कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगें, अलाव जलाने वाले पूर्व से चिन्हित स्थल एवं नये स्थल जहां आवश्यक हो उन्हे भी चिन्हित कर ले। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, भीड़-भाड़ वाले स्थान के निकट हो ऐसे स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की जाये। उन्होने कहा कि जनपद के चिन्हित रैन बसेरो के निकटवर्ती स्थलो पर अस्थाई रैन बसेरा बनाये जाने की वैकल्पिक व्यवस्था की जाये। उन्होने कहा कि प्रत्येक रैन बसेरे में नोडल अधिकारी रखे चौकीदार/ड्यूटी कार्मिक का नम्बर एवं स्थान की फ्लैक्सी लगाये जाये।
जिलाधिकारी ने समस्त उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, अधिशासी अधिकारी, नगर निकायो, सहायक नगर आयुक्त द्वारा प्रत्येक रैन बसेरो का भ्रमण कर वहां की बिस्तर, सप्लाई, पेयजल, विद्युत, टायलेट, बाथरूम की व्यवस्था का अवलोकन कर उसे पूर्णतया सुविधाजनक बनाने हेतु कार्यवाही कर संतोषजनक होने की आख्या फोटो सहित उपलब्ध करानेे के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि पूर्व में जनपद की समस्त तहसीलो में आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण कार्यालय, द्वारा गद्दे, चादर आदि उपलब्ध कराये गये है, उनका उपयोग रैन बसेरो एवं जरूरतमन्द लोगो की शीतलहर से सुरक्षा हेतु किया जाये। उन्होने कहा कि अलाव जलाने हेतु वन निगम से जलाऊ लकड़ी क्रय की जाय, यदि अन्य प्रकार की खराब लकड़ी यदि किसी स्त्रोत से प्राप्त होती है तो उसका उपयोग किया जाये। उन्होने चिकित्साधिकारी, उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, अधिशासी अधिकारी, नगर निकाय निर्देश देते हुए कहा कि चिन्हित चिकित्सालयो में तीमारदारो, जरूरतमंद व्यक्तियों के रहने हेतु बहुउद्देशीय भवन, रैन बसेरे बनाये गये हैं उन स्थलों का संयुक्त भ्रमण कर व्यवस्था को सुदृढ एवं बेहतर बनाने हेतु अपेक्षित कार्यवाही से अवगत कराया जाये। जिससे उक्त संसाधनो का बेहतर एवं अधिक उपयोग हो सकेे। उन्होेने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिऐ कि स्वास्थ्य विभाग एवं पशु चिकित्सा विभाग द्वारा पशुओ को बचाने तथा जन स्वास्थ्य के दृष्टिगत एडवाइजरी एवं क्या करे, क्या न करें आदि सम्बन्धी जन जागरूकता का प्रसारण किया जाये। उन्होने पुलिस, परिवहन व क्षेत्रीय प्रबन्धक सिडकुल को निर्देश दिए कि दुर्घटनाओं के नियंत्रण एवं न्यूनीकरण हेतु मालवाहक वाहनो, गन्ना ढोने में लगे ट्रेक्टर ट्रोलियो में उच्च गुणवत्ता के रिफ्लेक्टर लगाया जाना अनिवार्य करते हुये पुलिस, प्रशासन एवं गन्ना विभाग द्वारा कार्यवाही की जाये एवं ओवर लोडिंग पर पूर्णतः प्रतिबन्ध लगाना सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी ने कहा कि निजी, विभागीय वाहनों में फोग लाइट एवं रिफ्लेक्टर एवं मोटर साइकिल व साइकिल में रिफ्लेक्टर लगाना अनिवार्य किया जाये। उन्होने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये कि शिक्षण संस्थानों में ठण्ड के दौरान मौसम विभाग, जिला प्रशासन एवं जिला आपदा प्रबन्धन द्वारा जारी पूर्वानुमान एवं चेतावनी के निर्देशों का पालन किया जाये। उन्होने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देश कि शीतकाल के दृष्टिगत कृषि एवं उद्यान की फसले जैसे आलू, गोबी, टमाटर, इत्यादि पर बुरा असर न पड़े, इस हेतु निश्चित समयान्तराल पर सिचाई, कार्बनिक, रसायनिक इत्यादि दवाईयो का उपयोग करें। शीतकाल के दौरान प्रतिरोधक फसले गाजर, मूली, पालक, मटर इत्यादि की फसल लगायी जाये। उन्होने निर्देश देते हुए कहा कि जल संस्थान द्वारा गुणवक्तायुक्त जल की व्यवस्था हेतु समय समय पर निरीक्षण किया जाये एवं क्षतिग्रस्त पाईपलाइनों की जांच करते हुये उन्हे सुचारू करना सुनिश्चित करें। उन्होने जिला पर्यटन अधिकारी को निदेश दिए कि जनपद में शीतकाल के दौरान पर्यटको हेतु एडवाइजरी जारी की जाय, साथ ही जनपद के समस्त होटल स्वामियो की सूची आपदा प्रबन्धन कार्यालय को उपलब्ध करायी जाय। उन्होने पूर्ति विभाग को निर्देश दिए कि शीतकाल के दौरान पूर्ति विभाग द्वारा जरूरतमन्दों हेतु भोजन इत्यादि की व्यवस्था की जाय। उन्होने एसडीआरएफ, एनडीआरएफ एवं पुलिस विभाग को शीतकाल के दौरान शासन द्वारा जारी मौसम चेतावनी के अनुसार अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि समस्त अधिकारी आपसी समन्वय बना कर कार्य करें तथा सभी चिकित्सालयों मे भी व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करें। उन्होने आपदा कार्यो की समीक्षा करते हुए त्वरित गति से गुणवत्तापूर्ण कार्यो को करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी, संयुक्त मजिस्ट्रेट शिमा गोयल, ओसी गौरव पाण्डेय, डॉ. अमृता शर्मा, सीएमओ डॉ. मनोज कुमार शर्मा, पीडी हिमांशु जोशी, नगर आयुक्त नरेश दुर्गापाल, उपजिलाधिकारी मनीष बिष्ट, राकेश तिवारी, कौस्तुभ मिश्र, गौरव चटवाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी केएस रावत, एआरटीओ निखिल शर्मा, चक्रपाणी मिश्रा, महाप्रबन्धक उद्योग विपिन कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. अभय सक्सेना, जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार, निरीक्षक एनडीआरएफ सूरज सिंह, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी उमा शंकर नेगी आदि उपस्थित थे। वहीं, वर्चुअल के माध्यम से ईओ नगर निकाय, तहसीलदार आदि जुड़े थे।

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