June 15, 2025

काशीपुर। प्रदेश में नगर निकायों के चुनावी समर में कांग्रेस को सशक्त और जिताऊ प्रत्याशियों की तलाश है। ऐसे में नगर निगमों में महापौर के पदों पर पार्टी बेहद सोच-समझकर दांव चलने के मूड में है। इस संबंध में अंतिम निर्णय जिला पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद लिया जाएगा। पर्यवेक्षक 25 दिसंबर तक अपनी रिपोर्ट सौंप सकते हैं।
ज्ञात हो कि प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के लिए ओबीसी आरक्षण की अनंतिम अधिसूचना जारी हो चुकी है। सात दिन में आपत्तियों का निराकरण होने के बाद अंतिम अधिसूचना जारी होते ही आरक्षण को लेकर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगी। इसे ध्यान में रखकर कांग्रेस अपनी रणनीतिक तैयारी को धार देने में जुटी है। अन्य सीटों की तरह काशीपुर मेयर सीट पर भी कई दावेदार होने से कांग्रेस को प्रत्याशी चयन में भारी माथापच्ची करनी पड़ रही है। हालांकि, इस सीट पर मुख्य रूप से पिछले निकाय चुनाव में प्रत्याशी रहीं श्रीमती मुक्ता सिंह, वरिष्ठ कांग्रेसी अरुण चौहान और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष संदीप सहगल एडवोकेट दावेदार हैं। टिकट की सुई भी इन्हीं तीनों के इर्द-गिर्द घूमती बताई जा रही है।वर्ष 2018 में हुए निकाय चुनाव की बात करें तो कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर मुक्ता सिंह तमाम प्रपंचों के चलते जीत से चंद कदम दूर रह गई थीं। इस बार सामान्य सीट होने के बावजूद मुक्ता सिंह मजबूत दावेदार बताई जा रही हैं। चर्चा है कि यदि हाईकमान उन्हें फिर से मौका दे तो जनता की भारी सहानुभूति उन्हें मिलेगी और पिछले चुनाव में चंद कदम दूर रही जीत को इस बार आसानी से कवर कर लेंगी। इधर, मुक्ता सिंह ने कहा कि यदि हाईकमान उन्हें मौका देता है तो चुनाव जीतने के बाद वे काशीपुर में विकास की नई परिभाषा लिखेंगी। साथ ही हाईकमान द्वारा घोषित प्रत्याशी को भी खुले मन से चुनाव लड़ाने को भी वे प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के नगर निगम में आने पर
दो प्रतिशत कमीशन बंद कराया जाएगा। खुली सीवर लाइन की गंदगी को बिल्कुल बंद कर दिया जाएगा। झूलते तारों से बिजली का खतरा बंद किया जाएगा। नगर निगम में एकल विंडो सिस्टम आरंभ कर सभी प्रकार के प्रमाण पत्र के लिए सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। सफाई कर्मचारियों के लिए ड्रेस, मेडिकल और बोनस, सैलरी, फंड भर्ती जैसे विषय को सरल बनाकर शासन से मदद की जाएगी। इधर, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अरुण चौहान का कहना है कि यदि पार्टी आलाकमान उन्होंने निर्देशित करे तो वे चुनाव लड़ने को तैयार हैं।‌ फिलहाल वे चुनाव में पार्टी प्रत्याशी की मजबूती के लिए मतदाताओं से संपर्क साध रहे हैं। वहीं, संदीप सहगल के समर्थक टिकट पक्का बताते हुए चुनाव की रणनीति तैयार करने में जुटे हैं। संदीप सहगल भी लगातार मतदाताओं के संपर्क में हैं। वैसे, इस चुनाव में कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती सत्तारूढ़ भाजपा के गढ़ में सेंध लगाना है। पार्टी हाईकमान भी नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों से बेहतर प्रदर्शन की अपेक्षा कर रहा है। काशीपुर सीट पर कांग्रेस के टिकट की सुई मुक्ता सिंह, अरुण चौहान और संदीप सहगल के इर्द-गिर्द घूमती बताई जा रही है।

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