December 27, 2024
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काशीपुर। प्रदेश में नगर निकायों के चुनावी समर में उतरने से पहले टिकट के लिए चल रही जद्दोजहद जल्द ही खत्म होने वाली है। माना जा रहा है कि आज टिकट फाइनल कर प्रत्याशियों की घोषणा पार्टी हाईकमान द्वारा की जा सकती है। इसके साथ ही निकाय चुनाव जोर पकड़ जाएगा। काशीपुर नगर निगम की बात की जाए तो यहां कांग्रेस को सशक्त और जिताऊ प्रत्याशी की तलाश करते हुए गहन मंथन करना पड़ रहा है। यही स्थिति भाजपा में भी है। हालांकि, कांग्रेस में मुख्य तौर पर दो दावेदार हैं। वहीं, ओबीसी से होने के बावजूद सामान्य सीट पर तीसरे दावेदार को भी कम नहीं आंका जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस से तीन सशक्त दावेदार टिकट के लिए जोर आजमाइश में लगे हैं। ऐसे में पार्टी हाईकमान बेहद सोच-समझकर दांव चलने के मूड में है। हर पहलू को ध्यान में रखकर कांग्रेस अपनी रणनीतिक तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटी है। काशीपुर मेयर सीट पर वरिष्ठ कांग्रेसी अरुण चौहान और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष संदीप सहगल तथा बीते निकाय चुनाव में प्रत्याशी रहीं श्रीमती मुक्ता सिंह टिकट के दावेदार हैं। टिकट की सुई भी इन्हीं तीनों के इर्द-गिर्द घूमती बताई जा रही है। करीब चालीस वर्षों से पार्टी को समर्पित निष्ठावान वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अरुण चौहान का कहना है कि उन्हें विश्वास है कि पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा एवं जनता से जमीनी स्तर पर उनके जुड़ाव को दृष्टिगत रखते हुए पार्टी आलाकमान द्वारा उन्हें मेयर प्रत्याशी घोषित कर काशीपुर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं आम जनता की भावनाओं का मान बढ़ाया जाएगा और वे निश्चित ही चुनाव जीतकर पार्टी हाईकमान, कार्यकर्ताओं एवं आम जनता की उम्मीदें पूरी करेंगे।‌ साथ ही कहा कि फिलहाल वे चुनाव में पार्टी की मजबूती के लिए मतदाताओं से लगातार संपर्क साध रहे हैं। वहीं, संदीप सहगल के समर्थक टिकट पक्का बताते हुए चुनाव की रणनीति तैयार करने में जुटे हैं। संदीप सहगल भी लगातार मतदाताओं के संपर्क में हैं। उनका कहना है कि सामान्य सीट पर उनका टिकट मांगना जायज है। हाईकमान अवश्य ही उन्हें प्रत्याशी घोषित करेगा। इधर, वर्ष 2018 में हुए निकाय चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहीं मुक्ता सिंह इस बार सामान्य सीट होने के बावजूद टिकट का मजबूत दावा ठोकने हुए हैं। उन्होंने कहा कि यदि हाईकमान उन्हें मौका देता है तो चुनाव जीतने के बाद वे काशीपुर में विकास की नई परिभाषा लिखेंगी। साथ ही हाईकमान द्वारा घोषित प्रत्याशी को भी खुले मन से चुनाव लड़ाने को वे प्रतिबद्ध हैं।

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