June 14, 2025

काशीपुर। वसुधैव कुटुम्बकम् काशीपुर के अनुरोध पर सोमवार को यहां आठवा/नवां नेत्रदान हुआ। समाजसेवा एवं धार्मिक कार्यों में संलग्न रहीं सुभाष नगर निवासी श्रीमति चंद्रप्रभा लीखा के देहावसान के पश्चात उनके पति कश्मीरी लाल लीखा एवं पुत्र सौरभ लीखा ने नेत्रदान की सहमति प्रदान कर समाज में अनुकरणीय मिसाल पेश की है। अब माता जी की आंखें दुनिया देखती रहेंगी जिससे उनके प्रिय जन उनकी स्मृति को अमरत्व प्रदान करेंगे। चंद्रप्रभा लीखा के ब्रह्मलीन होने के समाचार पर सोमवार को वसुधैव कुटुम्बकम् के अनुरोध पर कागजी औपचारिकता पूरी कर शरीर से दान की गई आंखें (कॉर्निया) प्राप्त कर आई बैंक को प्रदान की गईं। इस नेत्रदान में सुशील खरबन्दा एवं सुरेन्द्र छाबड़ा का विशेष योगदान रहा। उधर, बाजपुर निवासी
तारा सिंह रावत के देहावसान के पश्चात उनके पुत्र देवेंद्र रावत (अखिल भारतीय संयोजक मंचीय कला, संस्कार भारती) ने नेत्रदान की सहमति प्रदान की। रावत जी के ब्रह्मलीन होने के समाचार पर सोमवार मध्यरात्रि को वसुधैव कुटुम्बकम के दायित्वधारियों की देखरेख में कागजी औपचारिकता पूरी कर शरीर से दान की गई आंखे (कॉर्निया) प्राप्त कर आई बैंक को प्रदान की गईं। आरएसएस के अरविंद राव जी ने वसुधैब कुटुम्बकम् के सामाजिक कार्य की सराहना की। उन्होंने बताया कि नेत्रदान से बढ़कर अन्य कोई दान नही है। हम सभी को मरणोपरांत नेत्रदान का संकल्प लेना चाहिये। सदस्य प्रांशु पैगिया ने बताया कि नेत्रदान से किसी प्रकार का अंग भंग नही होता तथा नेत्रदान करवाने को नेत्रदान सहायता (24×7)
98370 80678 या 88990 45015 पर किसी भी समय संपर्क किया जा सकता है ।
संस्था के संरक्षक योगेश जिंदल, अध्यक्ष विकास जैन, सचिव प्रियांशु बंसल, कोषाध्यक्ष सौरभ अग्रवाल, संस्थापक सदस्य आशीष गुप्ता, अजय अग्रवाल, दीपक मित्तल, अनुज सिंघल, अंकुर मित्तल, सीए सचिन अग्रवाल, वसुधैव कुटुंबकम् काशीपुर के तत्वाधान में सम्पन्न कराये इस महान कार्य के प्रति नेत्रदानी अग्रवाल परिवार का आभार व्यक्त किया और परम पिता परमेश्वर से दिवंगत आत्मा की चिर शांति की प्रार्थना की । साथ ही क्षेत्र वासियों से मरणोपरांत नेत्रदान कराने में वसुधैव कुटुंबकम् काशीपुर को सहयोग का आग्रह किया। इस नेत्रदान में एडवोकेट पंकज अग्रवाल व सीए नवनीत का विशेष योगदान रहा।

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