December 23, 2024
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मानव गरिमा ब्यूरो
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काशीपुर। उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव की रणभेरी बजने वाली है। इसे लेकर राजनीतिक दल संगठन को धार देने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदेश के नगर निकायों की सर्वे रिपोर्ट शासन को सौंपे जाने के बाद चुनावी सरगर्मी और बढ़ गई है। काशीपुर में राजनीतिक दलों, विशेषकर कांग्रेस और भाजपा की निगाहें इस पर टिकी हैं कि इस बार मेयर सीट सामान्य होगी, या फिर किस वर्ग के लिए आरक्षित होगी। सामान्य सीट होने की दशा में कांग्रेस और भाजपा से कई प्रमुख चेहरे दावेदारी पेश करने को तैयार बताए जा रहे हैं। याद दिला दें कि बीते चुनाव में काशीपुर की मेयर सीट महिला पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित थी। इस बार यदि आरक्षण का क्रम बदलता है तो कांग्रेस से वरिष्ठ नेता अरुण चौहान और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष संदीप सहगल अपनी मजबूत दावेदारी पेश करने को तैयार बैठे हैं। इन दो के अलावा तीसरा कोई नाम अभी तक सामने नहीं आया है। इसी तरह भाजपा में वरिष्ठ नेता राम मेहरोत्रा, दीपक बाली के साथ ही वैश्य समाज की एक महिला नेत्री का नाम दावेदारी हेतु प्रमुख रूप से चर्चा में है। यदि सीट ओबीसी होती है तो कांग्रेस से वरिष्ठ नेत्री मुक्ता सिंह और अलका पाल, जबकि भाजपा से निवर्तमान मेयर उषा चौधरी और खिलेन्द्र चौधरी की दावेदारी पेश करना तय माना जा रहा है। मेयर की कुर्सी के इन दावेदारों ने अपनी राजनीतिक सक्रियता और बढ़ा दी है। कुछ ने तो बैठकों का सिलसिला भी शुरू कर दिया है।
पार्टी के शीर्ष नेताओं से संपर्क साधा जा रहा है। मेयर के साथ ही पार्षद का टिकट हासिल करने की कवायद भी शुरू हो गई है। गौरतलब है कि पिछले निकाय चुनावों में काशीपुर में भाजपा का दबदबा रहा था। इसलिए भाजपा की ओर से टिकट के दावेदार मंडल से लेकर प्रदेश स्तर के पार्टी पदाधिकारियों के संपर्क में हैं। इधर, कांग्रेस ने भी निकाय चुनाव को लेकर पूरी तरह कमर कस ली है। चुनावी रणनीति के साथ ही प्रत्याशी चयन की भी प्रक्रिया जारी है। प्रत्येक वार्ड से तीन-तीन संभावित दावेदारों से चुनाव लड़ने हेतु प्रस्ताव मांगे गए हैं। बहरहाल, काशीपुर में भी निकाय चुनाव की सरगर्मी बढ़ी नजर आ रही है।

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