देहरादून। लगभग 181 वर्षों बाद सात शुभ योग में रक्षाबंधन मनाया जाएगा। आईआईटी रुड़की स्थित श्री सरस्वती मंदिर के पुजारी आचार्य पंडित राकेश शुक्ला ने कहा कि इस बार रक्षाबंधन 19 अगस्त को है। इस वर्ष रक्षाबंधन की खास बात यह है कि 181 वर्षों के बाद सात विशेष योग पड़ रहे हैं। इसमें लक्ष्मी नारायण योग, बुधादित्य योग, शुक्र आदित्य योग, शशनामक राजयोग, सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग हैं। इन योगों से मां सरस्वती के साथ मां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहेगी। भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होगी। इस दौरान किए गए सभी शुभ कार्यों में सिद्धि प्राप्त होगी। वहीं लक्सर के ज्योतिषाचार्य विपिन शर्मा व पंडित संदीप भारद्वाज शास्त्री ने बताया कि रक्षाबंधन के पर्व के दिन सावन महीने का अंतिम सोमवार भी होगा। रक्षाबंधन के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया होने से समय को लेकर के बड़ी असमंजस की स्थिति बन रही है। ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश शुक्ला ने बताया कि पूर्णिमा तिथि के प्रारंभ होने के साथ ही भद्रा का भी प्रारंभ हो जाएगा जो अपराह्न 1:30 तक रहेगी। ऐसा कहा जाता है कि भद्रा काल के दौरान शूर्पणखा ने अपने भाई रावण को रक्षासूत्र बांधा था, इसलिए भगवान श्री राम द्वारा उसका सर्वनाश हो गया था। दोपहर 1:30 बजे भद्रा समाप्ति के पश्चात ही राखी बांधना उचित होगा। 19 अगस्त 2024 दिन सोमवार को रक्षाबंधन का सबसे उपयुक्त समय दोपहर 1:30 बजे से लेकर और 4:15 बजे के मध्य का है। अति आवश्यक स्थिति में 19 अगस्त 2024 को भद्रा पुच्छ काल प्रात लगभग 9:50 से 10:50 के मध्य किया जा सकेगा।
मुकुल मानव- सह संपादक
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