December 23, 2024
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मानव गरिमा ब्यूरो
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काशीपुर। जनजीवन उत्थान समिति के तत्वाधान में मोहल्ला गंज स्थित श्री जगदीश प्रेरणा भवन के सभागार में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका मुख्य विषय महिलाओं की समाज में भूमिका था। इस अवसर पर महिलाओं के जज्बे और बेटियों की उड़ान को नमन करते हुए उत्तराखंड रत्न से सम्मानित वरिष्ठ अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार मिश्रा ने कहा कि सन् 1975 में संयुक्त राष्ट्र ने विश्व महिला दिवस को मान्यता दी और इसके बाद पूरे संसार में इसे अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाने लगा और हर वर्ष 8 मार्च को इसे मनाया जाता है। 1908 में महिलाओं द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन किया गया और अपने अधिकारों से पूरे विश्व को अवगत कराया गया। नारी शक्ति का योगदान भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के विकास में अहम भूमिका निभाता है। आज कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जिसमें महिलाएं बढ़चढ़कर हिस्सा न ले रही हों। आज विश्व में महिलाओं की संख्या एक सर्वेक्षण के अनुसार 49.5% है। विश्व में अधिकतम महिला पायलट भारत में हैं। हमारे देश में महिला हवाई जहाज व फाइटर प्लेन तक उड़ा रही है। हमें अपने घर की बच्चियों को आजादी देनी चाहिए कि वह आर्थिक रूप से स्वाबलंबी बनें तथा उन्हें अपने जीवन के निर्णय लेने का अधिकार हो। समान नागरिक संहिता बिल आने से नारी के सम्मान को बल मिला है। इस मौके पर भास्कर त्यागी एडवोकेट ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में देवांग मिश्रा एडवोकेट, आसिफ अली एडवोकेट, कर्तव्य मिश्रा एडवोकेट, विवेक मिश्रा एडवोकेट, अमृतपाल सिंह एडवोकेट, नवजोत सिंह एडवोकेट, रईस अहमद एडवोकेट, सैयद इफरा एडवोकेट, निम्मी एडवोकेट, मुमताज एडवोकेट, राम शर्मा एडवोकेट, मंजू सक्सेना एडवोकेट, श्रीनाथ एडवोकेट आदि उपस्थित रहे।

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