June 15, 2025

                 काशीपुर। शनि जयन्ती के अवसर पर श्री शीतला माता मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान के उपरांत दोपहर को खिचड़ी व शरबत वितरण का आयोजन मंगलवार, 27 मई को किया जाएगा। जानकारी देते हुए मंदिर के प्रबंधक/पीठाधीश पं. संदीप मिश्रा ने श्रृद्धालु जन से प्रसाद ग्रहण करने का आग्रह किया है। बता दें कि कभी पुराना सा नजर आने वाला नगर का ऐतिहासिक श्री शीतला माता मन्दिर अब भव्य स्वरूप में दिख रहा है। पिछले काफी समय से इस मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य प्रगति पर है। उल्लेखनीय है कि मंदिर के पीठाधीश पं. मदनलाल मिश्रा द्वारा मंदिर का जीर्णोद्धार कराने का संकल्प लिया गया था लेकिन 24 दिसंबर 2014 को उनका आकस्मिक देहावसान हो गया। तदुपरांत उनके पुत्र ने गद्दी संभाली और पिता के संकल्प को पूरा करने की बात मन में ठान ली। धीरे-धीरे उन्होंने जीर्णोद्धार कार्य आरंभ कराया। आज माता शीतला का मठ भव्य स्वरूप में नजर आता है तो वहीं, भैरो मंदिर, हनुमान मंदिर, विश्वेश्वर महादेव मंदिर, चौराहे वाली माता, साईं बाबा, भगवान विष्णु, मां काली व शनिदेव मंदिर भी है।‌ प्रतिवर्ष वासंती (चैत्र) एवं शारदीय नवरात्र में यहां भारी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने और प्रसाद चढ़ाने आते हैं।‌ सावन शुरू होने से एक दिन पूर्व आषाढ़ी पूजन, होली के उपरांत बसौड़ा पूजन का विधान है।‌ज्येष्ठ मास की अमावस (वटसावित्री)/शनि जयंती पर खिचड़ी व शरबत वितरण, सावन के सोमवार को भंडारे का आयोजन होता है।साथ ही होली, दीपावली पर धार्मिक अनुष्ठान के अलावा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भी यहां अत्यंत धूमधाम से मनाई जाती है।‌ माता की चौकी/जागरण समय-समय पर होते रहते हैं। विवाह के बाद पहली जात लगाने, मुंडन संस्कार कराने, चेचक, खसरा, छोटी माता, बड़ी माता, चर्म रोग का उपचार कराने के लिए दूर-दूर से श्रृद्धालु यहां आते हैं। माता शीतला सभी की मनोकामना पूर्ण करती हैं। चैती मेले के दौरान भी भारी संख्या में श्रद्धालु यहां आकर माता शीतला को प्रसाद अर्पित करते हैं।

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